जंगल बुक पार्ट 2

बलू की चेतावनी

हिंदी अनुवाद

अजय आनंद

भालू ने सख्ती से कहा, सुनो ओ इंसान के बच्चे। मैंने तुम्हें जंगल के हर कानून सिखाए हैं। मैंने तुम्हें केवल बंदरों के बारे में नहीं बताया है; जो पेड़ों पर रहते हैं। उनका कोई कानून नहीं होता है। वे अछूत होते हैं। उनकी अपनी कोई भाषा नहीं होती है। वे तो बहुत बड़े नकलची होते हैं। वे पेड़ की डालियों पर बैठे-बैठे जासूसी करते रहते हैं।


Jungle Scene

वे जो कुछ भी देखते और सुनते हैं बस उसकी नकल करते हैं। उनके जीने का तरीका हमसे काफी अलग है। उनका कोई सरदार नहीं होता है। उनकी याददाश्त भी कमजोर होती है। वे हमेशा डींगे मारते हैं और यह दिखावा करते हैं कि बड़े-बड़े महान काम करते हों। लेकिन कहीं से एक खजूर गिरा नहीं और सारे बंदर सब कुछ भूलकर उसकी ओर दौड़ लगा देते हैं। जंगल के अन्य जानवर उनसे कोई मतलब नहीं रखते। जिस घाट से बंदर पानी पीते हैं, वहाँ तो हम झाँकने तक नहीं जाते। हम वहाँ नहीं जाते, जहाँ बंदर जाते हैं। हम वहाँ शिकार नहीं करते, जहाँ बंदर शिकार करते हैं। अरे हम तो वहाँ मरना भी पसंद नहीं करते जहाँ पर बंदर मरते हैं। आजतक तुमने मुझे कभी भी बंदरों के बारे में बातें करते सुना है?

बलू अपनी बात समाप्त कर चुका था। चारों ओर सन्नाटा पसरा हुआ था। मोगली बहुत ही दबी आवाज में बोल पाया, नहीं!

जंगल के अन्य जानवर तो उनके अस्तित्व को ही नकारते हैं। वे बड़े ही धूर्त, शैतान, बेशर्म और गंदे होते हैं। वे तो केवल इतना चाहते हैं की अन्य जानवरों को उनकी उपस्थिति का अहसास होता रहे। लेकिन हम उन्हें तब भी नजरअंदाज करते हैं जब वे पेड़ों पर से हमारे ऊपर कूड़ा कबाड़ फेंकते हैं।

अभी बलू ने अपनी बात पूरी भी नहीं की थी कि ऊपर से उसपर पत्तों, टहनियों और फलों की बरसात होने लगी। उसे बंदरों की चिल्ल-पों मचाने और धमाचौकड़ी की आवाज आ रही थी।

बलू ने कहा, जंगल के प्राणियों को बंदर लोगों से बात करने की सख्त मनाही है। इसे हमेशा याद रखना।

बघीरा ने कहा, लेकिन मुझे ये समझ में नहीं आ रहा है कि आज तक तुमने मोगली को इनसे सावधान क्यों नहीं किया था।

अरे मुझे क्या पता था कि यह बच्चा उन गंदे लोगों से जा मिलेगा। धिक्कार है मुझ पर।