जंगल बुक पार्ट 3

माँ से मिलना

हिंदी अनुवाद

अजय आनंद

मोगली रोते हुए बोला, माँ, उन्होंने मुझे इंसानों के झुण्ड से भी निकाल दिया। लेकिन मैंने आज अपनी कसम पूरी की है। मैं शेर खान की खाल लेकर आया हूँ। उसकी माँ बाकी भेड़ियों के साथ गुफा से बाहर निकली। जब उसने शेर खान की खाल देखी तो उसकी आँखें चमक उठीं।

कमाल कर दिया, मेरे बच्चे। तुम्हारे बिना यह जंगल काटने को दौड़ता था यह बघीरा की आवाज थी जो झाड़ियों में से तेजी से निकलकर मोगली के पास आया और उसे हर ओर से सूँघने लगा।


Jungle Scene

फिर वे सब एक साथ सभा वाली शिला के पास गये। मोगली ने शेर खान की खाल उस जगह पर बिछा दिया, जहाँ कभी अकेला बैठा करता था। उसने खाल को चारों कोनों को बाँस की फंटियों से जमीन में जमा दिया। अकेला फिर उसपर बैठ गया और अपने पुराने अंदाज में भेड़ियों को पुकारना शुरु कर दिया, मेरे आजाद भेड़ियों, मजे करो। उसकी यह पुकार ठीक वैसी ही थी जैसी वो तब थी जब मोगली वहाँ पर पहली बार आया था।

जबसे अकेला को सरदार के पद से हटाया गया था, तब से उस झुण्ड का कोई सरदार नहीं था। भेड़िये अलग थलग होकर शिकार किया करते थे। लेकिन पुरानी आदतें छूटती नहीं। इसलिये उन्होंने अकेला की पुकार का जवाब दिया। धीरे-धीरे वहाँ पर भेड़िये इकट्ठे होने लगे। कुछ भेड़िये किसी फंदे में फँसने के कारण लंगड़े हो गये थे। कुछ गोली लगने से घायल हो चुके थे। कुछ भेड़िये संड़ा हुआ मांस खाने के कारण कीड़ों से ग्रसित हो चुके थे। कई भेड़िये तो दिखाई भी नहीं पड़ रहे थे क्योंकि वे मारे जा चुके थे। भेड़ियों ने वहाँ पर शेर खान की खाल को बिछा हुआ पाया। पैरों के पास की खाल से शेर खान के नख अभी भी लटक रहे थे। मोगली ने अपनी खुशी जाहिर करने के लिये आनन फानन में एक गीत भी बना दिया जिसे वह पूरे जोश से गाने लगा। वह नाच रहा था और उसके पैर जमीन पर ताल दे रहे थे। बीच बीच में अकेला और मोगली का बड़ा भाई भी अपना आलाप ले रहे थे। मोगली तब तक नाचता रहा जब तक थक कर निढ़ाल नहीं हो गया।

मोगली ने कहा, मेरे साथियों, तुम्हें अब तो यकीन हो गया होगा कि मैंने अपने कसम की लाज रख ली?

सभी भेड़िये एक सुर में बोले, हाँ!

किसी जख्मी और कमजोर हो चुके भेड़िये की आवाज आई, ओ अकेला, फिर से हमारे सरदार बन जाओ। ओ, इंसान के बच्चे, फिर से हमारी मदद करो। हम इस बेकार की जिंदगी से तंग आ गये हैं। हम फिर से आजाद भेड़ियों की तरह जीना चाहते हैं।

बघीरा ने बीच में टोका, ऐसा आसानी से नहीं हो पायेगा। भेड़ियों का जब पेट भरा होता है तो वे आपे से बाहर भी हो सकते हैं। इसी लिये तो तुम्हें आजाद भेड़िये कहा जाता है। तुम्हारी आजादी को बचाने की जिम्मेदारी भी तुम्हारी ही है।

मोगली ने कहा, मुझे तो भेड़ियों और इंसानों, दोनों के झुण्ड से निकाल दिया गया है। अब से मैं इस जंगल में अकेला ही शिकार करूँगा।

तभी रक्षा के चारों बच्चे एक साथ बोल उठे, और हम सब तुम्हारे साथ शिकार करेंगे।

उस दिन के बाद से मोगली अपने चारों भाइयों के साथ शिकार करने लगा। लेकिन ऐसा नहीं है कि मोगली को हमेशा एकाकी जीवन ही बिताना पड़ा। समय बीतने के साथ वह एक युवक बन गया और उसकी शादी भी हो गई।

लेकिन वह कहानी बड़े लोगों के लिये छोड़ देते हैं।