मोगली का पता
हिंदी अनुवाद
अजय आनंद
बलू बड़े गर्व से बोला, वाह वह बच्चा कुछ भी नहीं भूला। ऐसे समय में जब उसे घोर यातनाएँ दी जा रही थीं, तब भी चिड़ियों का मंत्र याद रख पाना कमाल की बात है।
बघीरा ने कहा, तुमने तो उसे कमाल की ट्रेनिंग दी है। मुझे भी उसपर गर्व है। अब हमें जल्दी से उस खंडहर की ओर जाना चाहिए।

उन सबको उस जगह के बारे में पता था लेकिन जंगल के कुछ गिने चुने प्राणी ही वहाँ गये थे। वह एक पुराने शहर का खंडहर था जहाँ अब कोई नहीं रहता था। जिस जगह को कभी मनुष्यों ने इस्तेमाल किया हो उसे जानवर शायद ही इस्तेमाल करते हैं। जंगली सूअर यदा कदा वहाँ चले जाया करते हैं लेकिन शिकार करने वाले प्राणी कभी नहीं जाते। हाँ बंदर वहाँ तब तक रहते हैं जब तक उनका जी चाहे। लेकिन कोई भी स्वाभिमानी जानवर वहाँ रहना पसंद नहीं करता। कभी सूखा पड़ जाए तो बात अलग है। वहाँ पर की टूटी हुई टंकियों और कुँओ में कुछ पानी मिल ही जाता है।
बघीरा ने कहा, यदि हम पूरी रफ्तार से चलें तो आधी रात तक वहाँ पहुँच सकते हैं।
बलू बड़ा चिंतित लग रहा था और बोला, मैं अपनी पूरी कोशिश करूँगा।
हमारे पास इतना समय नहीं है कि तुम्हारा इंतजार करें। मैं और का आगे बढ़ते हैं। तुम अपनी चाल से पीछे से आ जाना।
बघीरा ने कहा।
पैर नहीं हैं तो क्या हुआ। मैं तुम्हारे साथ रेस लगा सकता हूँ।
का ने कहा। बलू भी उनके साथ भागने की कोशिश कर रहा था लेकिन थोड़ी ही देर में निढ़ाल होकर बैठ गया। बघीरा और का आगे बढ़ गये और उससे पीछे से आने को कहा। बघीरा तो अपनी तेंदुए वाली रफ्तार से चला जा रहा था। का चुपचाप था लेकिन बघीरा के साथ साथ ही चल रहा था। जब वे पहाड़ी नदी के पास पहुँचे तो बघीरा छलांग मारकर नदी लाँघ गया। का पानी में तैरने लगा। उसका सिर और गरदन पानी के बाहर निकले हुए रास्ता बना रहे थे। जैसे ही समतल जमीन आई, का फिर से बघीरा के साथ हो लिया।
अब तक शाम का धुँधलका छाने लगा था। बघीरा ने कहा, उस टूटे पिंजरे की कसम जिससे मैं आजाद हुआ था, तुम भी बहुत तेज चलते हो।
का ने कहा, मैं भूखा हूँ और उन्होंने मुझे धब्बेदार मेंढ़क भी कहा था।
कीड़ा कहा था, केंचुआ कहा था, वो भी पीला वाला।
सब एक ही बात है
ऐसा कहने के बाद का तो जमीन पर जैसे पानी की तरह फिसल रहा था। उसने छोटा रास्ता खोज लिया था और बड़े मजे से बढ़ा चला जा रहा था।