9 हिंदी संचयन


दिये जल उठे

मधुकर उपाध्याय

NCERT Solution

Part 2

प्रश्न 6: महिसागर नदी के दोनों किनारों पर कैसा दृश्य उपस्थित था? अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।

उत्तर: महिसागर नदी के दोनों ओर का रास्ता बड़ा ही दुर्गम था क्योंकि वहाँ कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता था। घुप्प अंधेरा छाया हुआ था। लेकिन लगभग हर व्यक्ति के हाथ में एक-एक दिया था जिससे झिलमिल रोशनी की कतारें नजर आ रहीं थीं। लगता था कि मार्च के महीने में ही नदी के दोनों किनारों पर दिवाली मनाई जा रही हो। उस रात के अंधेरे में भी हजारों लोगों के कोलाहल से उनका उत्साह साफ मालूम हो रहा था।

प्रश्न 7: “यह धर्मयात्रा है। चलकर पूरी करूँगा।“ – गांधीजी के इस कथन द्वारा उनके किस चारित्रिक गुण का परिचय प्राप्त होता है?

उत्तर: गांधीजी अपनी धुन के पक्के व्यक्ति थे। वे एक बार किसी काम पर लग जाते थे तो उसे तब तक करते रहते थे जब तक कि उनका काम पूरा न हो जाए। इस बीच आने वाली हर कठिनाई का सामना करने के लिए वे तैयार रहते थे। वह कार्यकर्ताओं और जनता के साथ रहकर उनके जैसी परिस्थितियों का सामना करने को तैयार रहते थे।

प्रश्न 8: गांधी को समझने वाले वरिष्ठ अधिकारी इस बात से सहमत नहीं थे कि गांधी कोई काम अचानक और चुपके से करेंगे। फिर भी उन्होंने किस डर से और क्या एहतियाती कदम उठाए?

उत्तर: ब्रिटिश अधिकारी इस बात से आश्वस्त थे कि गांधी को जो भी करना होगा वह तय कार्यक्रम के अनुसार ही करेंगे। फिर भी रास्ते में कई ऐसे स्थान पड़ते थे जहाँ आसानी से नमक बनाया जा सकता था। उन्हें शायद इस बात का डर रहा होगा कि गांधीजी कहीं जनता के दबाव में आकर तय समय से पहले ही नमक बना दें। इसलिए ब्रिटिश अधिकारी कोई खतरा नहीं उठाना चाहते थे।

प्रश्न 9: गांधीजी के पार उतरने पर भी लोग नदी तट पर क्यों खड़े रहे?

उत्तर: गांधीजी के पार उतरने के बाद भी कई सत्याग्रहियों को नदी पार करना बाकी था। और लोगों के भी आने की संभावना थी। इसलिए गांधीजी के पार उतरने के बाद भी लोग नदी तट पर खड़े रहे।