जंगल बुक पार्ट 3

जंगल से संदेश

हिंदी अनुवाद

अजय आनंद

हाँ सब कोई ठीक हैं, सिवाय उन भेड़ियों के जिनको तुमने लाल फूल से जला दिया था। अब सुनो, शेर खान कहीं दूर चला गया है और तब तक नहीं लौटेगा जब तक कि उसकी खाल के जख्म ठीक नहीं हो जाते। वह शैतान तो बुरी तरह से जल गया था। जाते-जाते उसने कसम खाई है कि जब वह लौटेगा तो तुम्हारी अस्थियों को वाइनगंगा में जरूर विसर्जित करेगा।


Jungle Scene

अब उसकी और मेरी लड़ाई में कुछ भी हो सकता है। मैंने भी एक कसम खाई है। लेकिन तुमने वाकई अच्छी खबर दी। आज मैं नई बातें सीखते-सीखते बहुत थक चुका हूँ । लेकिन बड़े भाई, तुम इसी तरह से मुझ तक खबर पहुँचाते रहना। शुक्रिया।

मोगली के बड़े भाई ने कुछ चिंतित मुद्रा में कहा, तुम कहीं ये तो नहीं भूल जाओगे कि तुम एक भेड़िया हो? कहीँ ये इंसान तुम्हें यह भूलने को मजबूर तो नहीं कर देंगे?

कभी नहीं! मैं हमेशा याद रखूँगा कि मैं तुमसे और अपने परिवार के अन्य सदस्यों से कितना प्यार करता हूँ। लेकिन मैं ये भी नहीं भूलूँगा कि मुझे झुण्ड से किस तरह निकाला गया है।

ऐसा न हो कि तुम्हें इस झुण्ड से भी निकाल दें। मेरे छोटे भाई, ये याद रखना कि इंसान तो इंसान ही होते हैं। उनकी बातें तो तालाब में टर्राते मेंढ़कों की बातों की तरह खोखली होती हैं। जब भी मैं यहाँ आऊँगा, तो उस चारागाह के पार के बाँसों के झुरमुट में तुम्हारा इंतजार करूँगा।

उस बात को तीन महीने बीत गए। मोगली को पता ही नहीं चला कि समय कितनी तेजी से बीत गया। वह तो मनुष्यों के रीति रिवाजों को सीखने में ही व्यस्त था। सबसे पहले तो उसे कमर के पास कपड़ा लपेटना सीखना पड़ा, जिससे उसे काफी परेशानी होती थी। उसकी समझ में ही नहीं आता था कि इंसान कपड़े क्यों पहनते हैं। फिर उसे रुपयों पैसों का हिसाब सीखना पड़ा, जो उसकी समझ में बिलकुल भी नहीं आता था। उसे हल चलाना भी सीखना पड़ता था, जिसकी उसे कोई जरूरत ही नहीं लगती थी। जंगल में तो पेड़ पौधे अपने आप उग जाते हैं। गाँव के छोटे बच्चे चिढ़ा-चिढ़ाकर उसका बुरा हाल कर देते थे। चूँकि उसने जंगल के कानून को सीखा था इसलिए अपने गुस्से पर काबू रख पाता था। जंगल में यदि कोई अपना आपा खो दे तो फिर वह जिंदगी और मौत का सवाल बन जाता है। जब मोगली कोई खेल नहीं खेल पाता या पतंग नहीं उड़ा पाता था तो वे बच्चे उसका मजाक उड़ाते थे। जब वह किसी शब्द का सही से उच्चारण नहीं कर पाता तब भी वे उसका मजाक उड़ाते थे। जंगल का कानून कहता है कि किसी भी नंग धड़ंग शावक को नहीं मारना चाहिए। इसलिए मोगली उन्हें कुछ नहीं कहता था वरना वह तो उनके दो टुकड़े कर देता।

जंगल के अन्य जानवरों की तुलना में उसे कमजोर समझा जाता था। लेकिन गाँव के लोग कहते थे कि वो बहुत शक्तिशाली है। मोगली को खुद भी अपनी शक्तियों का अहसास नहीं था।